आपका आज का वेद मंत्र
सखा संत साधक (सखा) को प्रभु धार बहाता है| सतत प्रभु धारा रथ समान बहा वासना मिटाता है| ज्योतिष्मान संत सुखदायक प्रभु धारा दे बादल की गर्ज नाद सुना प्रभु (सत्य) मिलन कराता है| सदा देहधर आ संत सब को प्रभु मिलन कराता है| साधक को हर्षाने को पवित्र धारा दे उसका नियंत्रण करता है|